गाजों-बाजों व ढोल-ढमाकों के साथ पुजा अर्चना कर मामाजी की घोड़ियों हुई स्थापना
साण्डेराव(पाली) उपखंड क्षेत्र के बड़ली गांव में श्री खेड़ा मामाजी मंदिर जीर्णोद्धार के बाद मामाजी की घोड़ी स्थापना पर आयोजित दों दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम हर्षोल्लास व भक्ति भावना के साथ संपन्न हुआ। आयोजन में आस-पास गांवो सहित दूर-दराज से सैकड़ों श्रद्धालु भक्तों का हुजूम बड़ली गांव में उमड़ पड़ा। सुरेन्द्र सिंह बड़ली ने बताया कि जूना खेड़ा बड़ली में अती प्राचीन तीर्थ स्थल श्री खेड़ा वीर मामाजी मंदिर का जीर्णोद्धार के बाद कंवला मठ के संत हरि पुरीजी महाराज की पावन निश्रा में तथा भक्तराज कालुराम देवासी के सानिध्य में दो दिवसीय धार्मिक आयोजन संपन्न हुआ।

जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बड़े ही उत्साह के साथ भाग लिया।धार्मिक आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं मारवाड़-गोडवाड़ जन कल्याण सेवा समिति अध्यक्ष जयदेव सिंह राणावत मौजूद रहें जिनका आयोजन कमेटी ने राजस्थानी परंपरा अनुसार चुनरी साफा पहनाकर फुल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। इस दौरान राजेंद्र सिंह राठौड़ श्री सेला,हरनाथ सिंह देवड़ा मोरडू,हणवत सिंह देवड़ा खिंवादी,भागीरथ सिंह चारण, प्रवीण सोलंकी कानपुरा,विक्रम सिंह पिसावा,महावीर सिंह सिंदरू,भार्गव रावल,प्रियांशी रावल, हणवत सिंह राणावत पोमावा सहित प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।







