महालक्ष्मी जन्मोत्सव पर वैदिक विधि-विधानों के साथ अनुष्ठान हुए और भजन-कीर्तन की स्वर लहरियों के साथ धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई
साण्डेराव(पाली) स्थानीय नगर में महालक्ष्मी जन्मोत्सव के तहत आज रविवार सुबह आचार्य पंडित जब्बर दत्त विष्णु दत्त त्रिवेदी के आचार्यत्व में गणपति पूजन,षोडशोपचार पूजन और धारा स्त्रोत अभिषेक सहित विशेष पूजा-अर्चना विधी विधान के साथ हुए।अभिषेक में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।अभिषेक विधान के दौरान अभिषेक करने वालो की श्रद्धा चरम पर रही। कतारें लगाकर श्रद्धालु चलो बुलावा आया है, माता ने बुलाया है,बेटा पुकारे तो माता को आना चाहिए,जोर से बोलो जै माता दी जैसे भजनों की सरिता प्रवाहित कर रहे थे। महालक्ष्मी मां का पंचामृत से अभिषेक किया गया।आरती और पंचामृत का लाभ अनेक श्रद्धालुओं ने लिया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में माता जी को कमल भी अर्पित किए गए। महालक्ष्मी जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे और समाजजनों ने कार्यक्रम में भाग लिया।

गूंजतीरही स्वर लहरियां
रविवार सुबह ब्रह्मपुरी मोहल्ले में स्थित महालक्ष्मी मंदिर से डीजे साउंड व बैण्ड बाजों की सुमधुर स्वर लहरियों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। बैण्ड गायक ने माताजी के भजन पेश किए। कमल पर विराजित मां तेरी मेहरबानियां,छोटी-छोटी गईयां, छोटे-छोटे ग्वाल,राधा ढूंढ़ रही, सनेडोसनेडो लाल लाल सनेड़ो जैसे गीतों भजनों के साथ भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

शोभायात्रा में घुड़सवार, सजी-धजी रथनुमा वाहन में महालक्ष्मी की तस्वीर और उसके पीछे श्रद्धालुओं की टोलियां भजनों की स्वर लहरियों के साथ श्रद्धा चल रही थी। महिलाओं ने लाल रंग की साड़ी पुरूषों ने सफेद वस्त्र धारण कर रखे थे। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा के साथ शोभायात्रा का स्वागत किया।शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई गजानंद चौक गणेश मंदिर पहुंची,जहां महाआरती हुई। आयोजन में आचार्य पंडित जब्बर दत्त त्रिवेदी, राजु भाई शर्मा,संतोष त्रिवेदी, अशोक व्यास,प्रवीण त्रिवेदी, राजेंद्र त्रिवेदी सहित बड़ी संख्या में ब्रह्मामण समाज के समाजबंधुओं उपस्थित थे।







