जयपुर। वर्षा प्रभावितों तक जल्द से जल्द राहत पहुँचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। और इसके लिए प्रशासन को पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य करना होगा। जिला प्रभारी मंत्री जोगाराम पटेल ने यह बात रविवार को जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए की। उन्होंने आपदा के दौरान अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मुआवजा स्वीकृति की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद कुमार की उपस्थिति में आयोजित बैठक में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति, प्रभावित जनता को समय पर सहायता उपलब्ध कराने, गिरदावरी और फसल नुकसान के सर्वेक्षण की स्थिति सहित बीमा दावों एवं मुआवजा प्रक्रिया की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों की निरंतर निगरानी की जाए तथा राहत सामग्री एवं चिकित्सकीय सेवाएं शीघ्रता से उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने फसल हानि एवं पशु हानि का सही आकलन कर प्रभावित किसानों और पशुपालकों को समयबद्ध सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। पटेल ने कहा कि राज्य सरकार अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाने के प्रति अत्यंत संवेदनशील है तथा प्रभावित लोगों को राहत देने के लिए सतत प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार प्रत्येक प्रभावित क्षेत्र में आमजन को त्वरित राहत प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है। साथ ही, उन्होंने कहा कि वर्षाजनित परिस्थितियों से प्रभावितों तक हर संभव राहत पहुंचाने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। आपदा में आमजन को राहत देने के लिए अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं जनता का समुचित समन्वय हो और प्रभावितों को त्वरित राहत मिले। हम अतिवृष्टि से उत्पन्न हुई स्थितियों से निपटते हुए प्रभावी व स्थाई समाधान के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पंप सेट, मोटर, पाइपलाइन आदि अतिरिक्त संसाधन लगाए जाकर यथाशीघ्र पानी निकासी करें। पानी भराव से जिन लोगों के घरों में पानी भरा है और उनके रहने में दिक्कत आती है, उनके लिए वैकल्पिक आश्रय स्थल की व्यवस्था की जाकर पानी, भोजन आदि का समुचित प्रबंध किया जाए। इसी के साथ क्षेत्र में पानी भराव से दुर्गंध व बीमारियां फैलने की आशंका को देखते हुए फॉगिंग व जीवाणु नाशक दवाइयों का छिड़काव किया जाए। उन्होंने प्रभावितों को सरकार की तरफ से आश्वस्त किया कि पानी भराव से हुए नुकसान का सर्वे करवाकर यथासंभव सहायता प्रदान की जाएगी। बैठक में पंचगौरव अभियान के अंतर्गत संचालित योजनाओं व गतिविधियों की समीक्षा की गई। आमजन तक संदेश पहुंचाने और अधिकतम जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए गांव चलो अभियान, शहर चलो अभियान एवं सहकारिता सदस्यता अभियान की तैयारियों पर भी विस्तार से चर्चा हुई। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और निर्धारित समयसीमा में योजनाओं एवं अभियानों को मूर्त रूप दें।







