दुजाना (पाली)। उपखंड क्षेत्र के दुजाना गांव के ग्राम पंचायत कार्यालय में राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक वाचन किया गया और स्वदेशी का संकल्प लिया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रवाद के अग्रदूत बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा वर्ष 1875 में रचित इस राष्ट्रगीत की डेढ़ शताब्दी पूरी होने के उपलक्ष्य में था। दुजाना ग्राम पंचायत के विकास अधिकारी सुरेश सिंह राजपुरोहित ने राष्ट्रगीत के महत्व और उसके अर्थ पर प्रकाश डाला। ‘वंदे मातरम्’ भारत का राष्ट्रगीत है,जिसे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने अपने प्रसिद्ध उपन्यास ‘आनंदमठ’ में शामिल किया था। यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रेरणा का एक महत्वपूर्ण स्रोत रहा है। इस अवसर पर बड़ी संख्या ग्रामीणजन उपस्थित रहे। सरपंच प्रतिनिधि गुणराज मीणा,आयुर्वेद प्रभारी कंपाउंडर फतेहलाल,कृषि पर्यवेक्षक देवराज,पशुधन निरीक्षक निहाल सिंह,पंचायत सहकर्मी छगन लाल मीणा, दुदाराम मीणा, मोहन लाल मीणा, राहुल मीणा, प्रताप राम व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।







