साण्डेराव (पाली) संत मनसुख हिरापुरी महाराज हरिओम आश्रम रामनगर के चातुर्मास पुर्ण होने के बाद साण्डेराव अंबिका मंदिर परिसर में पहुंचने पर श्री मेवाड़ा क्षत्रिय कलाल समाजबंधुओं के साथ उपस्थित गुरु भक्तों व ग्रामीणों ने संत मनसुख हिरापुरी महाराज का ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान उपस्थित महिलाओं ने मंगल गीतों के साथ पुष्प वर्षा करते हुए वंदावने किए।

घर एक मंदिर है जिसमें सभी देवी देवता निवास करते हैं -हिरापुरी
संत मनसुख हिरापुरी महाराज ने कहा कि घर की सबसे पवित्र और शुद्ध जगह होती है घर का मंदिर। घर के मंदिर में सभी देवी-देवता निवास करते हैं और उनकी पूजा-पाठ से सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार,घर का पूजा स्थल हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए।ईशान कोण देवी-देवताओं की दिशा मानी जाती है और इसी दिशा से शुभ फल की प्राप्ति होती है। वास्तु में घर के पूजा स्थल पर ओम, स्वास्तिक, श्री आदि धार्मिक चिह्न होने के कई फायदे बताए गए हैं। इन चिह्न से मां लक्ष्मी की हमेशा कृपा रहती है और जीवन में भी सब मंगल बना रहता है।







