पाली। पाली डेयरी की 30 वीं आमसभा का आयोजन पाली जिले के संघ मुख्यालय पर किया गया। जिसमें पाली, फालना एवं जैतारण क्षेत्र के अध्यक्ष और संचालक मण्डल के सदस्य उपस्थित रहे। पशुपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने अपने सम्बोधन में राज्य सरकार व डेयरी विभाग द्वारा प्रचलित व प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पशुपालन अत्यंत उन्त्रत रोजगार के रूप में स्थापित हो चुका है। अपना संस्मरण सुनाते हुए बताया कि गुजरात प्रवास के दौरान एक महिला ने बताया कि वे प्रतिवर्ष 2 करोड़ रूपये कि आमदनी केवल दूध व्यवसाय करके अर्जित की है। इसी प्रकार मातृशक्ति जो पाली डेयरी से जुड़ी है वे भी ऐसा उदाहरण प्रस्तुत कर सकते है। उन्होंने मातृशक्ति से आह्वान किया कि पाली डेयरी से जुड़कर अपने सामाजिक व आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करें। इस मौके पर डेयरी मंत्री ने पाली डेयरी के लगातार तीसरे वर्ष भी शुद्ध लाभ में बढोतरी होने पर अध्यक्ष व डेयरी प्रबंधन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वितीय वर्ष-2022-23 में जहां पाली डेयरी ने 31.45 लाख का शुद्ध लाभ अर्जित किया, वहीं, वर्ष-2023-24 में शुद्ध लाभ एक करोड़ 62 लाख 53 हजार रुपए पहुंच गया। डेयरी ने 2024-25 में दो करोड़ 61 लाख 60 हजार रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित कर मानक स्थापित किए हैं। कुमावत ने कहा कि में पाली डेयरी के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं और संचालक मंडल व डेयरी प्रशासन को अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं कि वह अपने आगामी वर्ष-2025-26 के शुद्ध लाभ के आठ करोड़ 58 लाख 14922 रुपए के लक्ष्य को भी पूरा करे। डेयरी मंत्री ने यह भी कहा कि चालू वितीय वर्ष-2025-26 में पाली डेयरी की दुग्ध भंडारण क्षमता तीन लाख लीटर तक बढाने की योजना है। इसके तहत यहां तीन लाख लीटर क्षमता का अवशीतन सिस्टम विकसित किया जाएगा।
डेयरी अध्यक्ष ने गिनाई उपलब्धियां
इससे पहले पाली डेयरी के अध्यक्ष प्रतापसिंह बीठिया ने आमसभा में वर्ष 2024-2025 में प्राप्त उपलब्धियों के अन्तर्गत बताया कि समस्त क्षेत्रों में सरस व पाली दुग्ध संघ की बढती साख व सदस्यों के विश्वास के अनुरूप दुग्ध संकलन की मात्रा निरन्तर बढ़ रही है। जो प्रतिदिन लगभग 1 लाख लीटर औसत रही है। पाली डेयरी में सहकारी सदस्यों की संख्या 41 हजार से अधिक हो गयी है जिसमें 13023 महिला सदस्यों के माध्यम से 203 महिला समितियां कार्यशील हैं। बिठिया ने वर्ष 2024-25 में पाली डेयरी में विभिन्न क्षैत्रों जैसे दूध संकलन समिति सुदृढिकरण, दूध व दुग्ध उत्पाद विक्रय, नवीन तकनिकी व पशु नस्ल सुधार कार्यक्रम में गायों हेतु बछिया के लिये विशेष तकनीक के बारे में बताते हुए कहा कि यह सुविधा लगभग हजार रूपये के स्थान पर सरकार द्वारा रियायती दर पर 70 रूपये की लागत में उपलब्ध करवाई जायेगी। बिठिया ने कहा कि पाली डेयरी की लगभग 16.41 करोड़ की योजना जीका की केन्द्र सरकार के द्धारा स्वीकृत हुई है। जिसके अन्तर्गत आधारभूत संरचना विकास में समिति, बी.एम.सी., ए.एम.सी.यू., प्रयोगषाला सुदृढिकरण, प्रशिक्षण व प्रशिक्षित समूहों के विकास से संघ के विकास के लिए गतिविधियों को संचालित करना है।
श्रेष्ठ दुग्ध समितियां सम्मानित
कार्यक्रम में डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने पाली, फालना एवं जैतारण क्षैत्र की श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को पुरस्कृत करने के साथ-साथ सम्पूर्ण जिलें में प्रथम पिपलिया कलां, दितीय देवली कलां, तृतीय मालपुरिया कलां व बी.एम.सी. स्तर पर श्रेष्ठ कार्य सम्पादन हेतु क्रमशः बोमादडा, गौशाला बर व खिवान्दी को पुरस्कृत किया। इसी प्रकार विपणन में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए विभिन्न पुरूस्कार प्रदान किये।
500 मीट्रिक टन के गोदाम का शिलान्यास
एजीएम के बाद मंत्री कुमावत ने डेयरी परिसर में मेन गेट के समीप प्रस्तावित 01 करोड़ 05 लाख रुपये की लागत के गोदाम के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि इसका निर्माण कार्य करीब पांच माह में पूरा होगा। गोदाम की भंडारण क्षमता 500 मीट्रिक टन होगी। इससे तैयार दूध उत्पादों के भण्डारण व वितरण की अच्छी सुविधा हो जायेगी।







