सांडेराव (पाली) स्थानीय नगर सहित आस-पास ग्रामीण अंचलों में शारदीय नवरात्रा मशारदीय नवरात्र की धूम हुई शुरू।शारदीय नवरात्रि पर आज शारदीय नवरात्र सोमवार सुबह से शुभ मुहूर्त में विधि विधान के साथ मां के देवरों के साथ घर-घर घट स्थापना हुई।मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़,डांडिया कार्क्रयम होंगे। शारदीय नवरात्रि के अवसर पर सोमवार सुबह अम्बिका मंदिर में पंडित कांतिलाल ओझा ने मुख्य यजमान कैलाश मेवाड़ा द्वारा विशेष पूजा-अर्चना के साथ घट स्थापना कर ज्वरा बोए। इससे पूर्व माता मंदिर मां अम्बे की प्रतिमा पर ललिता मेवाड़ा व सरला मेवाड़ा द्वारा माताजी का आकर्षण श्रृंगार धरया।

सप्तशती के पाठ प्रारंभ किया जो अंतिम दिन हवन यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ संपन्न होंगे जहां इससे पूर्व मंदिर पर विद्युत साज भी की गई। यहां पर शुभ मुहूर्त में लोगों ने अपने घरों में विधि-विधान से घट स्थापना की और मां शक्ति की विशेष आराधना कर सुख-समृद्धि की कामना की। सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी और प्रमुख देवी मंदिरों में दर्शन कर भक्तों ने मन्नतें मांगी। अब नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना का क्रम चलेगा। नवरात्र के पहले दिन ही देवी मंदिरों पर मां की आराधना के लिए भक्त सुबह से पहुंचने लगे। घर घर में कलश स्थापना की गई है। भक्त मां के जयकारे लगा रहे हैं।
नौ दिनों तक विशेष आराधना और भोग
पंडित एकता नितिन त्रिवेदी ने बताया कि नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा के साथ विशेष भोग अर्पित किए जाते हैं। मान्यता है कि इससे मां प्रसन्न होकर भक्तों को सुख, समृद्धि और धन का आशीर्वाद देती हैं। धार्मिक मान्यता यह भी है कि नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा पृथ्वी पर वास करती हैं और भक्तों की साधना से प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती हैं। भगवान राम ने भी युद्ध में विजय प्राप्ति के लिए नवरात्रि में देवी की साधना की थी।







