सांस्कृतिक संध्या, प्रभात फेरी, हवन, सामूहिक भोज और भव्य शोभायात्रा रहे मुख्य आकर्षण
शिवगंज। शहर के छावणी क्षेत्र स्थित अग्रवाल धर्मशाला में महाराजा अग्रसेन जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित दो दिवसीय भव्य आयोजन सोमवार को शोभायात्रा के साथ सम्पन्न हुआ। इन दो दिनों तक धर्मशाला परिसर और क्षेत्र का वातावरण पूरी तरह धार्मिक व सांस्कृतिक उल्लास से सराबोर रहा। समाजबंधुओं ने बड़े उत्साह और सामूहिक सहभागिता के साथ महाराजा अग्रसेन की जयंती को ऐतिहासिक रूप दिया।
सांस्कृतिक संध्या बनी आकर्षण का केंद्र
रविवार को दिनभर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिनमें बच्चों और युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। शाम को आयोजित सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में बच्चों और बालिकाओं ने नाटक, नृत्य, गीत, वेशभूषा प्रतियोगिता और मंचीय प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। सभी प्रस्तुतियों ने उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। समाज की ओर से आमंत्रित निर्णायक मंडल में तीन विशिष्ठ अतिथियों का मंच पर सम्मान-सत्कार किया गया। कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को पारितोषिक और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।

प्रभात फेरी और ध्वजारोहण
आज सोमवार की सुबह समाजबंधुओं ने सामूहिक रूप से प्रभात फेरी निकाली। फेरी धर्मशाला परिसर से प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए पुनः धर्मशाला पहुंची। इस अवसर पर महाराजा अग्रसेन सर्किल पर ध्वजारोहण समारोह आयोजित हुआ। राष्ट्रगान और महाराजा अग्रसेन के जयघोष के साथ वातावरण गूंज उठा।
हवन, यज्ञ और सामूहिक भोज
प्रभात फेरी के पश्चात अग्रवाल धर्मशाला में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन और यज्ञ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में समाजबंधुओं ने आहुतियां दीं। दोपहर को सामूहिक भोज का आयोजन किया गया, जिसमें समाजबंधुओं ने प्रसादी ग्रहण की।
भव्य शोभायात्रा में उमड़ा जनसैलाब
सोमवार शाम को चार बजे धर्मशाला परिसर से भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ। शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों शीतला माता चौक, गजानन मंदिर, ताजिया चौक, सदर बाजार, बद्रीजी का वास, ग्वाला चौक, तहसील रोड, महाराजा अग्रसेन सर्किल, पब्लिक पार्क, पुराना राजमार्ग, केंद्रीय बस स्टैंड, होली चौक और संत किशनदास मार्ग से होते हुए पुनः धर्मशाला में सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में सैकड़ों की संख्या में समाजबंधु महिला, पुरुष, युवा और बच्चे शामिल हुए। गाजे-बाजे और ढोल-ढमाकों की धुन पर महिलाएं और युवा जमकर नाचे। आकर्षक झांकियां, धार्मिक ध्वज और रंग-बिरंगी सजावट ने शोभायात्रा को अद्भुत भव्यता प्रदान की। मार्ग में जगह-जगह समाजबंधुओं ने शोभायात्रा का पुष्पवर्षा और स्वागत द्वारों से अभिनंदन किया।
आतिशबाजी ने बांधा समा
शोभायात्रा के समापन अवसर पर धर्मशाला परिसर में भव्य आतिशबाजी का आयोजन किया गया। आतिशबाजी की चमक से पूरा आकाश रोशन हो उठा। बच्चों, महिलाओं और युवाओं ने इस दृश्य का भरपूर आनंद उठाया।







