कांग्रेस प्रत्याशी हरिशंकर मेवाड़ा ने नदी का तेज़ वेग पार कर सुनी ग्रामीणों की पीड़ा
सुमेरपुर(पाली) बारिश का मौसम सोनपुरा गांव के लिए हर साल नई चुनौती लेकर आता है। जवाई नदी के तेज बहाव से गांव का संपर्क सुमेरपुर से कट जाता है। और ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है। हालात ऐसे हैं कि लोग घुटनों तक बहते पानी में चलकर रोजाना काम और बच्चे स्कूल के लिए निकलते हैं।

आज शनिवार सुबह कांग्रेस प्रत्याशी हरिशंकर मेवाड़ा ग्रामीणों की पीड़ा सुनने स्वयं नदी पार कर सोनपुरा गांव पहुंचे। गांव साइड में खड़े होकर उन्होंने स्थानीय लोगों से हालात की जानकारी ली। इस दौरान कई ग्रामीण नदी पार कर सुमेरपुर की ओर जाते दिखे, जिन्हें देख मेवाड़ा ने दुख और चिंता जताई।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव के करीब 200 लोग प्रतिदिन सुमेरपुर आकर मजदूरी करते हैं। वहीं बच्चे स्कूल जाते हैं। लेकिन बारिश में नदी पार करना जानलेवा चुनौती बन जाता है। हर साल यही स्थिति दोहराई जाती है। लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं हो सका है। हरिशंकर मेवाड़ा ने समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए कहा कि वे इस मुद्दे को शासन-प्रशासन तक पहुंचाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि वे स्थानीय विधायक और मंत्री जोराराम कुमावत से इस समस्या को प्राथमिकता से लेने और रपट की जगह पक्का पुल बनवाने की मांग करेंगे। ताकि लोगों को हर साल इस संकट से नहीं गुजरना पड़े।

ये कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं, इंसानियत का सवाल- मेवाड़ा
ये कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं, इंसानियत का सवाल है। अगर लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं। तो अब सिर्फ बातों से काम नहीं चलेगा। स्थायी समाधान ज़रूरी है।







