सिरोही। पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढ़ा ने संभागीय आयुक्त जोधपुर प्रतिभा सिंह से फोन पर बात कर उन्हें जिला चिकित्सालय सिरोही के खराब हालत से अवगत कराया और उसे ठीक करने के कार्य में सहयोग करने का आग्रह किया। लोढ़ा ने संभागीय आयुक्त को बताया कि पौने दो साल में पहली बार वह सिरोही कलेक्ट्रेट गए हैं और इसलिए गए हैं कि अस्पताल के हालात इतने बुरे हैं कि उनकी उन्हें ठीक करने के लिए जिला कलेक्टर के ध्यान में बातें लाना जरूरी था। शनिवार को एक बालिका की सर्प दंश से मृत्यु के बाद उसका पोस्टमार्टम करवाना अत्यंत कठिन काम हो गया। एंबुलेंस लेकर के वहां चिकित्सालय के अंदर गए तो एंबुलेंस फंस गई पानी और कीचड़ में जिसे ट्रैक्टर के जरिए बाहर निकलना पड़ा और मृत बालिका को लोगों को उस कीचड़ और पानी के बीच से अपने कंधों पर उठाकर मोर्चरी तक ले जाना पड़ा। लोढ़ा ने उन्हें बताया कि 5 दिन पूर्व ही उन्होंने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें मोर्चरी से संबंधित तमाम कठिनाइयों से कराया था। इतना ही नहीं जिला चिकित्सा को लेकर जनाना वार्ड के समीप सिवरेज के मल और पानी के भराव से भी उन्हें अवगत कराया था। इस पर संभागीय आयुक्त ने शीघ्र स्थिति में सुधारने का भरोसा दिलाया। लोढ़ा ने संभागीय आयुक्त को बताया कि मेडिकल कॉलेज के हाईवे पर निर्माणाधीन नये अस्पताल भवन के निर्माण में अत्याधिक विलम्ब होने की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह निर्माण अप्रेल 2024 में पूरा हो जाना चाहिये था लेकिन अभी तक नही हुआ हैं। और अभी इसमें 1 वर्ष का समय और लगने की संभावना बताई गई हैं। यह सरकार का घनघौर निकम्मापन हैं। संबंधित अधिकारियों ने ठेकेदार को ब्लेकलिस्ट करने के लिए राज्य सरकार को लिखा तो भी ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। लोढ़ा ने अभी कुछ दिन पूर्व जिला चिकित्सालय की व्यवस्था का मौका देखा था जिसमें जनाना वार्ड के पास मल-मुत्र और सिवरेज के पानी से अटी पड़ी जगह दुर्गंध से पूरा जनाना वार्ड बदबु ग्रस्त हुआ पड़ा था। जिला चिकित्सालय की मोर्चरी के हालात ये हैं कि वहाँ बिना गाडी के आप पहुँच नही सकते, बरसात बंद होने के कई दिन बाद अभी तक हालात में कोई सुधार नहीं आया। मेडिकल ज्युरिस्ट और चिकित्सकों को बमुश्किल वहाँ तक पहुँचना पडता हैं। जिला अस्पताल में निर्मित 50 बेड का नया जनाना वार्ड जिसकों 2024 में चालू कर देना था वो अभी तक पूरा नहीं हुआ हैं। इसके छत के ऊपर पानी निकासी का सही इंतेजाम नहीं किया गया हैं जिससे छत पर पानी व काई अटी पड़ी हैं। नये वार्ड की आईसीयू की फॉल सिंलिंग शुरू होने से पहले ही टूट गई हैं, खिड़कियों की जालियाँ व कैबल भी चोरी कर लोग ले गए है। इस वार्ड के शुरू नही होने से दो-दो गर्भवती महिलाओं को बेड पर सुलाना पड़ रहा हैं।







