सिरोही। अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली एवं इतिहास संकलन समिति मरू प्रांत जोधपुर जिला शाखा सिरोही के तत्वावधान में राजकीय महाविद्यालय सिरोही में राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन संपन्न हुआ। सेमिनार को संबोधित करते हुए राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ अरुण चतुर्वेदी ने भारत के इतिहास के लेखन एवं संकलन की आवश्यकता में इतिहास संकलन समिति की भूमिका की भूरि भूरि प्रशंसा की। मुख्य वक्ता डॉक्टर बालमुकुंद पांडे ने भारतीय इतिहास में स्व का बोध विषय पर उद्बोधन दिया, जिसमें ऋषि परंपरा प्राचीन पद्धति पर विचार रखें। इस अवसर पर विक्रांत खंडेलवाल ने देश के संस्कृति एवं राष्ट्र के लिए बलिदानों का उल्लेख किया। संत सानिध्य राजू गिरि महाराज ने प्राचीन ऋषि परंपरा गुरुकुल एवं भारत की श्रेष्ठ शिक्षा पद्धति पर प्रकाश डाला। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए इग्नू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शिवकुमार मिश्र ने सिकंदर के आक्रमण के समय से लेकर वर्तमान तक भारत के धरती पुत्रों के द्वारा आक्रांताओं के साथ संघर्ष के इतिहास पर प्रकाश डाला । इस अवसर पर जिला प्रमुख अर्जुन राजपुरोहित, रक्षा भंडारी,जिला महामंत्री गणपत सिंह राठौड़, नरपत सिंह राणावत ,पूर्व जिला प्रमुख चंदन सिंह देवड़ा ,संरक्षक जबर सिंह देवड़ा, प्रोफेसर कुसुम राठौड़, प्राचार्य अजय शर्मा ,पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी गणपत सिंह देवड़ा, डॉक्टर उदयसिंह डिंगार आदि ने भी विचार रखें। द्वितीय सत्र में इतिहास के विधिक शोध पत्रों का वाचन किया गया। जिसमें कल लगभग 25 शोध पत्रों का वचन हुआ जिनका मूल विषय राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में मरू क्षेत्र का योगदान था इस अवसर पर विविध क्षेत्र से इतिहास प्रेमियों ने भाग लिया। इतिहास के संकलन समिति के मरू प्रांत महासचिव प्रोफेसर देवाराम ने सभी का आभार व्यक्त किया।







