भरतपुर। भारी बारिश के बाद हुए जलभराव की स्थिति का जायजा लेने के लिए जिला प्रभारी सचिव शुचि त्यागी शुक्रवार को सीधे खेतों और प्रभावित बस्तियों तक पहुंचीं। एक दिवसीय दौरे पर भरतपुर आई त्यागी ने अधिकारियों के दल के साथ न केवल जलमग्न फसलों का निरीक्षण किया, बल्कि प्रभावित ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उन्हें सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। उन्होंने राहत कार्यों को पूरी संवेदनशीलता से कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। प्रभारी सचिव ने अपने दौरे की शुरुआत भरतपुर ब्लॉक के मलाह, बीडीए, नगर निगम और श्यौराना गाँव के आस-पास के क्षेत्रों के निरीक्षण से की। यहाँ उन्होंने खेतों में जलभराव से हुए नुकसान का आंकलन किया और ग्रामीणों से उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने ग्रामवासियों को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार इस मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़ी है और हर जरूरतमंद तक सहायता अवश्य पहुंचाई जाएगी। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता से रामनगर दोमोरा कैनाल, अजान बांध और गंभीर नदी में पानी की स्थिति पर विस्तृत फीडबैक लिया और बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने भरतपुर विकास प्राधिकरण (बीडीए) के आयुक्त कनिष्क कटारिया को विशेष रूप से प्राधिकरण की स्कीम नंबर 13 में जल निकासी की स्थायी व्यवस्था करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा शहरी और ग्रामीण, दोनों क्षेत्रों से जल निकासी और राहत कार्यों को पूर्ण सतर्कता एवं संवेदनशीलता के साथ अंजाम दें। उन्होंने कहा कि फसल खराबे के सटीक आंकलन और किसानों को पारदर्शी तरीके से मुआवजा दिलाने के लिए ई-गिरदावरी प्रक्रिया अत्यंत महत्त्वपूर्ण है, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रभारी सचिव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक शहर चलो अभियान एवं 18 सितंबर से प्रत्येक पंचायत समिति की दो ग्राम पंचायतों में गांव चलो अभियान चलाया जाएगा, अभियान सप्ताह में तीन दिवस चलेगा। जनोपयोगी कार्य सम्पादित करने के लिए इस अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि आमजन अधिक से अधिक संख्या में लाभान्वित हो। उन्होंने कहा कि जिले में 2 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक सहकार सदस्यता अभियान भी संचालित किया जाएगा। उन्होंने तीनों अभियानों के सफल आयोजन के लिए व्यापक तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने अतिवृष्टि क्षेत्रों में पशुधन हानि का आंकलन करने एवं पशुओं की बीमारियों को रोकने के लिए टीकाकरण एवं चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाने को कहा। उन्होंने कहा जिले की पहचान पंच गौरव कार्यक्रम में चिन्हित विशेषताओं को नई पहचान देने तथा जन-जन तक प्रचार-प्रसार के लिए सभी विभाग समन्वय से कार्य करें। जिला कलक्टर कमर चौधरी ने प्रभारी सचिव को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए सभी निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी और उन्होंने तत्काल संबंधित अधिकारियों को इस पर कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिए।







